माथुरवैश्य
महासभा भवन, आगरा
हमारी पहचान बन
चुका है। इन्दौर
में निर्माण कार्य
पूरा हो चुका है।
अहमदाबाद में पुराने
भवन के स्थान पर
नए भवन का निर्माण
हो चुका है। उज्जैन
एवं इलाहाबाद महासभा
द्वारा दिया गया
ऋण चुका दिया है।
रोहिणी दिल्ली
में माथुरवैश्य
भवन का निर्माण
पूर्ण हो गया है।
श्री माथुरवैश्य
धाम हरिद्वार की
व्यवस्थाओं में
सुधार किया गया
है। फतेहाबाद में
भी भवन निर्माणाधीन
है। महासभा सभागार
आगरा शहर में अपनी
एक पहचान बना रहा
है। कैला देवी
माथुरवैश्य भवन
हेतु महासभा प्रयत्नशील
है। जमीन का सौदा
हो चुका है एडवांस
भी दिया जा चुका
है। जगह की पैमाइस
एवं ठियाबन्दी
होने के पश्चात
बेनामा आगामी सत्र
में ही संभव हो
पायेगा।
महासभा छात्रावास
महासभा
छात्रावास आगरा
में छात्रों की
घटती संख्या चिन्ता
का विषय है और इस
ओर समुचित कदम
उठाए जा रहे है।
दुकानों के किराया
वसूली में भी आशातीत
प्रगति हुई है।
छात्रावास स्थित
पुस्तकालय को नवीन
रूप देना अभी शेष
है।
महासभा के नवीन
कार्यालय का उद्घाटन
महासभा
भवन में कन्हैयालाल
भोज कक्ष के उपर
महासभा कार्यालय
हेतु नवीन भवन
का निर्माण भवन
मंत्री श्री के.
एन. गुप्ता के निर्देशन
में तैयार हुआ
जिसका उद्घाटन
दिनांक ११ मई २००५
को महासभा अध्यक्ष
द्वारा सम्पन्न
हुआ। नवनिर्मित
महासभा कार्यालय
में पूर्व अध्यक्षों
के चित्र क्रमानुसार
लगाये गये हैं।
महासभाध्यक्ष
व महामंत्री का
केबिन अलग से बनाया
गया है। कार्यालय
के साथ ही महासभाध्यक्ष
का बैठक व शयन कक्ष
के अतिरिक्त दो
अन्य कक्ष भी बनाये
गये है। महासभा
का स्टोर रूम का
भी निर्माण कराया
गया है। भवन के
पदाधिकारीगण इस
निर्माण कार्य
के लिये बधाई के
पात्र हैं।
महासभा चिकित्सालय
चिकित्सालय
भवन प्रबन्ध समिति
के चुनाव २७.७.२००४ को सम्पन्न
हुए। इससे पूर्व
१९ जुलाई २००३
को एक चिकित्सा
शिविर भी आयोजित
किया गया। इसमें
कुछ व्यवहारिक
कठिनाइयों का अनुभव
हुआ है जिनका निराकरण
किए जाने के प्रयास
किये जा रहे हैं।
चिकित्सालय से
चिकित्सा सेवायें
दी जा रही हैं।
महासभा पुस्तकालय
महासभा
का पुस्तकालय छात्रावास
के प्रथमतल पर
बड़े हाल में सुव्यवस्थित
रूप से चल रहा है।
पुस्तकालय में
साहित्य, धार्मिक
व अन्य विषयों
की उच्चकोटि की
पुस्तकों के साथ
वर्तमान शिक्षा
प्रणाली की पुस्तकें
भी उपलब्ध है।
|